Saturday, November 10, 2012

ईसाई धर्म के ढोंग की पोल खुली।

कहते हैं ईसा मसीह ने कभी शादी नही की अर्थात हमेशा अविवाहित रहै।इसी बात को कहकर हमेशा से स्त्रियों को प्रताड़ित करते रहै ये ईसाई स्त्रियों को कभी वपतिस्मा देकर तो कभी ठुडडी लगाकर प्रताड़ित करते रहै हैं किन्तु अब आकर पोल खुली है कि ईसा मसीह तो विवाहित थे।अब कहो कि जितनी औरतों को इन औरतों पर अत्याचार किये है उसके लिए क्या ये दण्डित होना पसन्द करेगे ये पोप जो पाखण्डों का सूत्रधार है ने हमेशा कोई न कोई पोप लीला ही की है कभी यहूदियों का नरसंहार कराकर तो कभी यूरोप की सत्ता का केन्द्र वनकर

यह खवर हमारी बनाय़ी हुयी नही वल्कि  देनिक जागरण की है।
Coptic Scholars Doubt and Hail a Reference to Jesus' Wife

भोजपत्र में मिले ईसा मसीह के शादीशुदा होने के सुबूत


लंदन। ईसाई इतिहास के जानकारों ने दावा किया है कि एक प्राचीन भोजपत्र पर ईसा मसीह के शादीशुदा होने का स्पष्ट विवरण मौजूद है। इस भोजपत्र का आकार बहुत छोटा है और इसमें काली स्याही से लिखी हुई आठ पंक्तियां हैं, जिन्हें लेंस की मदद से देखा जा सकता है।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर केरेन किंग ने चौथी शताब्दी के इस भोजपत्र को रोम में आयोजित एक छह दिवसीय सम्मेलन में पेश किया। यह भोजपत्र कूड़े के ढेर में मिला था। केरेन ने बताया कि शोधकर्ताओं ने उन शब्दों को पहचान लिया है, जिसमें ईसा मसीह अपनी पत्नी का जिक्र करते हैं। उनके मुताबिक हो सकता है यह मेरी मैग्डेलन हों।
ईसाई मान्यताओं के मुताबिक ईसा मसीह अविवाहित थे, लेकिन केरेन किंग का कहना है कि बहुत पहले से यह बहस का मुद्दा है। उनका कहना था कि इस शोध से ईसा मसीह के ब्रह्मचर्य और ईसाइयत में महिलाओं की भूमिका को लेकर नई बहस छिड़ सकती है। सम्मेलन में कई ऐसे सवाल उठाए गए, जिनका जवाब नहीं दिया जा सका है। केरेन किंग का कहना था कि यह भोजपत्र ऐसा पहला धर्मलेख है, जिसमें ईसा मसीह अपनी पत्नी को संबोधित कर रहे हैं। उनके मुताबिक चौथी शताब्दी का यह दस्तावेज मूल रूप से दूसरी शताब्दी में ग्रीक भाषा में लिखा गया था। दूसरी ओर केंटकी में प्रोफेसर और बाइबल के विद्वान बेन विदरिंगटन कहते हैं कि हो सकता है कि वाइफ शब्द का इस्तेमाल किसी घरेलू नौकरानी या किसी अनुयायी के लिए किया गया हो। केरेन के सहयोगी शोधकर्ताओं का कहना है कि ईसा मसीह अपने अनुयायियों से यह भी कहते हैं कि मेरी मैगेडेलेन को शिष्या बनाना फायदेमंद होगा। इससे यह पुरानी धारणा भी खारिज होती है कि ईसा मसीह की कोई महिला शिष्य नहीं थी।
Web Title: Coptic Scholars Doubt and Hail a Reference to Jesus' Wife
(Hindi news from Dainik Jagran, miscellaneous Desk)

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